अंबाला की जनता का मांगा हक तो कांग्रेस में शुरू हो गया विरोध: विनोद शर्मा

कांग्रेस, इनेलो व भाजपा ने नहीं होने दिया अंबाला सिटी का विकास, आईएमटी का विरोध करते हुए अंबाला सिटी से छीन लिया विकास का हक, सरकार बनते ही दिलाया जाएगा अंबाला को उसका हक नहीं होने देंगे, युवाओं से अन्याय


अंबाला।
हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) के अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार नहीं चाहती थी कि अंबाला का विकास हो। अंबाला के युवाओं को रोजगार मिले और लोग सुविधाओं से संपन्न हों। उन्होंने कहा कि सरकार में रहते हुए जब उन्होंने अंबाला के लोगों का हक मांगा तो कांग्रेसी नेताओं ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए आईएमटी मांगा तो यहां के कांग्रेसी नेताओं के साथ वह लोग आकर आईएमटी का विरोध करते रहे जो नहीं चाहते थे कि अंबाला के युवाओं को रोजगार मिले। विनोद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में रहते हुए पहले अंबाला के लोगों के हितों के लिए बार बार मांग उठाई, लेकिन जब किसी ने नहीं सुनी तो कांग्रेस छोडऩे पर मजबूर होना पड़ा। अब समय आ गया है कि अंबाला के लोगों को अपने हकों के लिए लडऩा होगा और यदि अब एकजुट नहीं हुए तो कभी अंबाला का उद्योगिक विकास नहीं हो पाएगा। साथ ही विनोद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस, इनेलो प्रत्याशियों ने तो खुलकर आईएमटी का विरोध किया और युवाओं से रोजगार का अधिकार छीन लिया। वहीं भाजपा भी आईएमटी के विरोध में कहीं पीछे नहीं थी। वहां पर धरने दिए और युवाओं के साथ धोखा किया। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद आईएमटी का विरोध करने वाले नेताओं को मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।
हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) के अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि एक विधायक से लोगों को जो उम्मीदें होती हैं उन्होंने वह सभी उम्मीदें पूरी की हैं। उन्होंने कहा कि अंबाला का एक समान विकास करवाया। कोई गुड़ागर्दी नहीं होने दी। किसी सरपंच को किसी नेता नहीं धमकाया। किसी ने कोई पैसा नहीं मांगा और जो भी व्यक्ति काम आया, उसका काम करवाने के लिए हर संभव प्रयास किए।  उन्होंने कहा कि अंबाला की जनता मेरा परिवार हैं और मेरे परिवार का बुरा चाहने वाले लोगों के साथ मैं कैसे चल सकता था। उन्होंने कहा कि 10 साल पहले जब वह पहली बार अंबाला से विधायक बने थे, लोगों ने उसने लालड़ू की तर्ज पर उद्योग स्थापित करवाने की मांग रखी थी। वह लगातार उद्योग स्थापित करवाने के लिए प्रयास करते रहे और आईएमटी पास करवा दिया।
विनोद शर्मा ने कहा कि सरकार व आईएमटी का विरोध करने वाले नेताओं ने अंबाला व आसपास के लाखों युवाओं के सपने छीन लिए हैं। हजारों बुजुर्ग परिवारों को अपने बेटे और बेटियों से दूर रहने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि केवल अंबाला से हजारों युवा वर्तमान में गुडग़ांवा व बंगलौर जाकर नौकरियां कर रहे हैं। आधे से ज्यादा कमाई किराए और खाने पीने में चलती जाती है। यदि अंबाला में आईएमटी स्थापित होता तो न कोई बेटे अपने माता पिता से जुदा होता और नहीं ही माता पिता को नौकरी के आगे मजबूर होकर अपने बच्चों को दूसरे जिलों में भेजने के लिए मजबूर होना पड़ा। विनोद शर्मा ने कहा कि जब सरकार रोहतक में विरोध के बावजूद आईएमटी स्थापित कर सकती थी तो अंबाला में क्यों नहीं की।
अंबाला के साथ हमेशा होता रहा पक्षपात
हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) के अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि टैक्स अंबाला व उत्तरी हरियाणा के लोग दें और विकास किसी ओर जिलों में हो। बिजली का बिल हम इमानदारी से भरें और माफ किसी ओर के हो जाए। विनोद शर्मा नहरी पानी अंबाला से होकर गुजरे और अंबाला के किसान कूदरत की मार पडऩे पर सिंचाई के लिए पानी को तरसें। विनोद शर्मा ने भावुक होते हुए कहा कि मैंने महसूस किया कि अंबाला व उत्तरी हरियाणा के साथ हर मामले में भेदभाव हो रहा है और अंबाला के लोगों के लिए हकों की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि विधायक बनाना मेरा कोई उद्देश्य नहीं और यदि मैं केवल विधायक बनना चाहता तो कांग्रेस छोडऩे की जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा कि वह अंबाला को उनका हक दिलाना चाहते हैं, युवाओं को रोजगार दिलाना चाहते हैं। अंबाला में उद्योग स्थापित करना उनका सपना है। हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलवाना उनका उद्देश्य हैं और इसी हकों को ध्यान में रखते हुए हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) का गठन किया गया, ताकि अंबाला के साथ साथ उत्तरी हरियाणा के लोगों के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म किया जा सकें।
मंडी में नहीं मिल रहे किसानों को फसल का रेट
हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) के अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार चाहे किसानों के लिए कितनी भी सुविधाएं देने का दावा करती हो, लेकिन जब किसान अपनी फसल को लेकर मंडियों में पहुंचाता है तो सरकार के सभी दावों की पोल खुल जाती है। उन्होंने कहा कि अंबाला व आस पास के जिलों के किसानों ने बरसात न होने के कारण कुदरत की मार झेली, लेकिन हौंसला नहीं छोड़ा। दिर रात खून पसीना बहाया और अपनी मेहनत के दम पर खेतों से सोना पैदा किया, लेकिन सरकार की गलत नीतियों के कारण मंडियों में किसानों को उनकी फसल का रेट नहीं मिल रहा और वह प्राइवेट लोगों के हाथों लूटने पर मजबूर हैं। विनोद शर्मा ने दावा किया कि वह किसानों का यह दर्द समझ चुके हैं और सरकार बनने के बाद बासमती का लागत के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया जाएगा। पिछले साल किसानों की बासमती की फसल 4 हजार रुपए प्रति क्विंटल बिक रही थी तो वहीं वर्तमान समय में महंगाई और सुखे की स्थिति में भी बासमती के रेट बढऩे की बजाए घटा गए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसानों को अपनी फसल 2500 रुपए से लेकर 3 हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसे में हमारे देश का किसान कैसे स्मृद्धि हो सकता है।
सरकार बनने पर लोगों को यह दी जाएगी सुविधाएं
-वृद्धि, विधवा व विकलांगों को हर महीने दी जाएगी 2 हजार रुपए पेंशन, हर साल होगी 10 प्रतिशत की वृद्धि
-अंबाला में आईएमटी स्थापित करवाकर रहेंगे। ताकि हर परिवार में एक व्यक्ति के पास रोजगार हो।
-हर परिवार को साल में 6 सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे।
-गेस्ट टीचर्स को तुरंत पक्का किया जाएगा।
-सरकारी नौकरियों में इंटरव्यू प्रणाली खत्म की जाएगी, ताकि युवाओं को योगयता के आधार पर नौकरी मिले।
-अफसरशाही का रवैया दोस्ताना बनाया जाएगा। ताकि लोगों को सरकारी दफतरों में असुविधा न हो।
-जिन गरीब परिवारों के राशन कार्ड नहीं बने, सरकार बनने के तुरंत बाद जरूरतमंद्धों के बीपीएल कार्ड बनाए जाएंगे।
-सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा।
-लोगों को घर बैठे जन्म व मृत्यु प्रणामपत्र मिलेंगे।
-एसवाईएल का पानी लेकर आया जाएगा।
-सभी को 24 घंटे बिजली मिलेगी।
-किसानों को राहत देते हुए बासमती का न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया जाएगा।
-छात्र संघों के चुनाव करवाएं जाएंगे।
-एक समान शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी, ताकि एजुकेशन हासिल करने के बाद युवा अपने हकों के लिए लडऩा सीखें।
-स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जाएगा, अस्पतालों में डॉक्टर होंगे और दवाईयां भी मुफ्त मिलेंगी।
-दलितों को एजुकेशन करने के लिए विशेष पैकेज लाया जाएगा।