पार्टी की संरचना

पार्टी संगठन का ढांचा त्रिस्तरीय होगा: 

संगठन के सभी हिस्से एक-दूसरे से जुड़े रहेंगे | संगठन पार्टी के प्रगतिशील एजेंडे के प्रचार-प्रसार में एक-दूसरे की सहायता करेंगे और पार्टी द्वारा सौंपे गये कर्तव्यों  का पालन करेंगे.

इस त्रिस्तरीय ढांचे का उपविभाजन इस प्रकार होगा:

(क) प्राथमिक - (ग्राम मंडली )

(ख) शहरी एवं ब्लॉक स्तर  - (मोहल्ला समितियाँ/ वार्ड समितियां )

(ग) जिले (जिला राजनीतिक कार्य समितियाँ)

 

(क) प्राथमिक - (ग्राम मंडली )

  • ग्राम मंडलियाँ पंचायतों के साथ संपर्क में रहेंगी | जिससे उन्हें गांवों में जन कल्याण के कार्यक्रमों को कुशलतापूर्वक करने में मदद मिलेगी |
  • प्रत्येक गांव में ग्राम मंडलियों में कम से कम 10 सदस्य होंगे -  प्राथमिक इकाई साधारण सक्रिय सदस्यों का समूह होगा
  • प्राथमिक इकाई का नेतृत्व ऐसे इकाई प्रमुखों द्वारा किया जाएगा जिनमें नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता होगी |
  • प्राथमिक इकाई के नेता पर पार्टी की नीतियों को बढ़ावा देने और पार्टी की नीतियों को लोकप्रिय बनाने कि जिम्मेदारी होगी |

 

(ख) शहरी एवं ब्लॉक स्तर  - (मोहल्ला समितियाँ/ वार्ड समितियां )

  • ग्राम मंडलियों को सीधे शहरी ब्लॉक स्तर पर मोहल्ला समितियों से जोड़ा जाएगा |
  • ब्लॉक परिषद के सदस्यों का चयन ब्लॉक में सक्रिय सदस्यों के बीच चुनाव द्वारा होगा |
  • टीम समय-समय पर दिए गए कर्तव्यों के निर्वहन के लिए जिम्मेदार होगी |
  • प्रत्येक नगर परिषद में जिले की प्राथमिक इकाइयों और ब्लॉकों के समन्वयक और सह समन्वयक का समावेश होगा |

शहरी कार्यकारिणी, वार्ड समितियां संयुक्त रूप से नगर परिषद का चुनाव करेंगी| नगर पार्षद को कम से कम 50 सदस्यों के चुनाव का अधिकार होगा और नापसंदगी की स्थिति में इन्हें वापस बुलाने का अधिकार होगा|

नगर परिषद में 5 वार्ड समितियां होंगी, जिसमें हर समिति में 10 सदस्य होंगे |

 

(ग) जिले (जिला राजनीतिक कार्य समितियां)

  • जिला राजनीतिक कार्य समितियों में जिले के सक्रिय सदस्यों में सर्वसम्मति से चुने गए सदस्यों का समावेश होगा |
  • यूनिट में 35 सदस्य शामिल होंगे जिनमें से कम से कम 5 महिलायें होंगी और 5 छात्र भी शामिल होंगे|
  • अगर प्राथमिक / ब्लॉक इकाई का समन्वयक जिला कार्यकारिणी के लिए निर्वाचित किया जाता है तो वह अपनी संबंधित प्राथमिक / ब्लॉक इकाई संयोजक के पद से इस्तीफा दे देगा |
  • हर इकाई में प्रत्येक शहर से एक प्रतिनिधि होगा, जो जिला राजनीतिक कार्य समिति के प्रमुख द्वारा शहर समन्वयकों की आम सहमति से चुना जाएगा |
  • जिला राजनीतिक कार्य समिति के सभी सदस्य जिला समन्वयक का चुनाव करेंगे |
  • जिला कार्यकारिणी पार्टी के काम के लिए नियमित रूप से उपलब्ध रहेगी

 

शक्तियां और कार्य

  • जिला कार्यकारिणी के कार्य एवं शक्तियां इस प्रकार होंगी :
  • पार्टी के उद्देश्यों के अनुसार कार्य करना |
  • संगठनात्मक स्तर पर पार्टी के कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर निगरानी रखना |
  • पार्टी के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए जो भी गतिविधियां आवश्यक होंगी, उन्हें पूर्ण करना |
  • जिले की जनता से संबंधित मुद्दों को उठाने वाली गतिविधियों को शुरू करना |
  • सदस्यों के खातों का अनुपालन : जैसे - उनके द्वारा कराए गये जन कल्याण के कार्य की विवेचना एवं वित्तीय विवरण का लेखाजोखा रखना आदि |
  • किसी भी तरह के आंतरिक विवाद, शिकायतों का निपटारा करना और अनुशासनात्मक कार्यवाही करना |
  • जिला कार्यकारिणी, ब्लॉक / प्राथमिक स्तर समन्वयकों और सह समन्वयकों के सदस्यों के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों को प्राप्त करना और कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तरीय लोकपाल की स्थापना करना |
  • जिला कार्यकारिणी के निर्वाचित सदस्यों में से 5 सदस्यों को चुनकर एक जिला राजनीतिक मामलों की समिति बनाना |

 

जिला राजनीतिक मामलों की समिति:

 

जिला समन्वयक हर फैसले में जिला राजनीतिक मामलों की समिति से परामर्श करेगा |